उज्जैन । गुरुवार को प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार विक्रम विश्वविद्यालय के दीक्षारम्भ समारोह में शामिल हुए। Ujjain News यह कार्यक्रम विक्रम विश्वविद्यालय की इंजीनियरिंग अध्ययनशाला सभागृह में आयोजित किया गया। अतिथियों द्वारा सर्वप्रथम मां सरस्वती का पूजन-अर्चन किया गया। इसके पश्चात मंगलाचरण और विश्वविद्यालय का कुलगान गाया गया। Ujjain Newsकार्यक्रम में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो.अखिलेश कुमार पाण्डे ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। साथ ही अतिथियों को विश्वविद्यालय की ओर से स्मृति चिन्ह एवं शाल, श्रीफल भेंट किये गये। अतिथियों द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय के पोस्टर, विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के ब्रोशर, पुस्तक, विभिन्न पाठ्यक्रमों पर आधारित पोस्टर का विमोचन भी किया गया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!कार्यक्रम में स्वागत भाषण विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो.शैलेंद्र कुमार शर्मा ने दिया। Ujjain News उन्होंने विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा किये गये नवाचार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
मंत्री श्री परमार ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षा का भारतीय ज्ञान परम्परा से गहरा नाता रहा है। केन्द्र शासन द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति वर्ष 2020 में प्रारम्भ की गई। शिक्षकों को उनके विद्यार्थियों पर गर्व हो, ऐसी शिक्षा हम राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से उन्हें प्रदान करें तथा एक सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र का निर्माण करने में अपना सहयोग प्रदान करें। Ujjain News दीक्षारम्भ और दीक्षान्त ये दोनों समारोह का भारतीय ज्ञान परम्परा में बड़ा महत्व है। आज से 300 साल पहले भारत में सात लाख से अधिक गुरुकुल और शैक्षणिक संस्थान थे। इनमें तक्षशिला और नालन्दा जैसे संस्थानों ने पूरे विश्व में ज्ञान और उत्तम शिक्षा का परचम लहराया। समूचे विश्व के विद्यार्थी यहां विद्याध्ययन के लिये आते थे।
लेकिन समय-समय पर विदेशी आक्रमणकर्ताओं ने हमारे संस्थानों को तथा शिक्षा पद्धति को नुकसान पहुंचाया।Ujjain News मंत्री परमार ने दीक्षारम्भ समारोह में शामिल सभी विद्यार्थियों को अपनी ओर से उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम के समापन पर अतिथियों द्वारा मेधावी विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। विधायक श्री जैन द्वारा सभी को पर्यावरण संरक्षण के लिये पौधारोपण करने तथा हर घर तिरंगा अभियान के अन्तर्गत अपने-अपने घरों पर तिरंगा लगाने का संकल्प दिलवाया गया।